Jai Shri Ram Sir, does it mean something special if all planets are placed ONLY in:
1. Left side of the kundali (between 1-7 houses)
2. Right side of kundali (between 7-12 houses)
3. Above horizon (10th to 4th houses)
4. Below horizon (4th to 10th houses)
नमस्कार दिव्यांश 🙏 कुण्डली दो भाग में विभाजित होती है 1-7 तक अंधेरा रहता है और 7-12 उजाला अब यदि सारे ग्रह 1-7 के मध्य हों तो कार्यक्षेत्र में थोड़ी परेशानी , आलस्य , प्रमाद , दिन में सोने की आदत हो सकती है वहीं 7-12 के बीच ग्रह हो तो काम के पीछे भागने वाला जातक , अतिउत्साही , सुकून की नींद की कमी लोगों के बीच में रहना जिसको पसंद हो ये कुछ बातें है जो हो सकती है । इस पर आप अपने विचार रखिएगा 🙏 10-4 के बीच ग्रहों के बारे में एक बार सर ने बताया था कि ज़मीन नहीं मिलती मतलब जातक को life में support नहीं मिलता और 4-10 के बीच अच्छे होते है ग्रह growth को दिखाते हैं ।
1. नौका योग - सारे ग्रह 1 भाव की अंतिम 15 डिग्री से लेकर 7 भाव की शुरुआती 15 डिग्री में हों।
2. कूट योग - सारे ग्रह 4 भाव की अंतिम 15 डिग्री से लेकर 10 भाव की शुरुआती 15 डिग्री के बीच हों।
3. छत्र योग - जब सभी ग्रह सप्त भाव की अंतिम 15 डिग्री से लेकर 1 भाव की शुरुआती 15 डिग्री के बीच हो ।
4. छाप योग - जब सभी ग्रह 10 भाव की अंतिम 15 डिग्री से लेकर 4 भाव की शुरुआती 15 डिग्री के बीच हों।
इन योग में शुरु होने वाले भाव और अंतिम भाव में गृह का होना जरूरी है तभी पूरे परिणाम मिलेंगे, वरना partially लगेगा।🙏🙏