नमस्कार सर जय श्री राममिथुन लग्न में यदि गुरु पंचमेश हो और नवमांश में वह वृषभ लग्न में नीचे का होकर नवम भाव में बैठा हो तो इसका क्या प्रभाव पड़ेगा?