सर कुछ लग्नो में जब जब किसी ग्रह को एक भाव अच्छा और एक भाव बुरा मिल जाता है तो यह पता करने में की ग्रह अच्छा है या बुरा या यह कौन से भाव का ज्यादा फल करेगा यह देखने में बहुत ज्यादा दिक्कत होती है उदाहरण के लिए मिथुन और कन्या लग्न में शनि , मकर और कुंभ लग्न में बुध, सिंह लग्न में गुरु आदि
एक तरीका तो यह होता है कि हम देखते हैं कि ग्रह की मूल त्रिकोण राशि कौन से भाव में गई है और ग्रह कौन से भाव से ज्यादा अच्छी स्थिति में गया है इसके बावजूद भी कई बार कन्फ्यूजन की स्थिति बन जाती है जैसे यदि मान लो कन्या लग्न में शनि अष्टम भाव में या दशम भाव में हो तो उसकी मूल त्रिकोण राशि छठे भाव के अंदर है तथा वह ज्यादा बढ़िया स्थिति में देखा जाए तो पंचम भाव से गया है तो हम ऐसी स्थिति में कैसे पता लगे कि ग्रह कौन से भाव का ज्यादा फल देगा