If any planet in the Pushkar navmansha that means it gives u quick result in its dsha .which may be gud or bad according to its placement and lordship .
yeh ek Leo Ascendant ki kundli hai jismei Sun vargottma hai Punarvasu nakshatra(4th pada) aor Mars vargottama hai Rohini nakshatra(2nd pada) mei yani Lagnesh aor Yogakarka dono vargottama pushkara navamsa mei aor shukr lagan mei hai aor vo bhi vargottama hai. kya result hoga? @smitagupta0503@Jyoti aggarwal@lakshaysangwan
if your yoga Karak mars and your Lagnesh sun has gone to Pushkar Navamsa and Vargottam also that's a great thing. though sun is a agni tatva planet has gone to jal tatva Rashi but still it's a wonderful placement... that your karak planets has gained strength in d9.
जय श्री राम आपके भागयेष् 10वे भाव मे बैठे दिगबल के साथ पुष्कर और वर्गोत्तम नवामश मे बैठे है ,शुक्र से भी तात्कालिक मैत्री बना रहे है।बहुत अच्छा राज योग है, काम के क्षेत्र मे सफलता मिलने की संभावना है, पिता के साथ काम करने से लाभ होगा। सेना, पुलिस मे बड़े पद की नौकरी भी मिल सकती है। लाभेश और पराकर्मरमेश् लग्न मे सम होकर बैठे ये भी पूरी उमर लाभ दिलाएगा। लग्नेश् का बारवे मे बैठने विदेश या परदेश मे भी विशेष सफलता दिलाएगा।
@ankit malhotra जय श्री राम 🙏सूर्य के वर्गोत्तम तो हुआ है पर जल तत्व राशि का है विदेश से सम्बंधित फल हो सकते हैं कारक मंगल बहुत ही अच्छी स्थित में है दिग्बली हो के कुलदीपक योग बना रहा है लग्न से सम्बंध दशमेश नवमेश का संबंध कार्यक्षेत्र के लिए बहुत ही अच्छा जातक की पसंद बहुत ऊँची होगी आकर्षित व्यक्तित्व के होंगे भौतिक संसाधनों की कमी नहीं होगी ।
पुष्कर नवामश ग्रहो के कारको का पालन पोषण करता है । अगर पुष्कर नवामश के साथ -साथ गृह वर्गोत्तम भी हो तो यह बहुत ज्यादा शुभ माना जायेगा, और ऐसी स्तिथि सिर्फ रोहिणी नक्षत्र के 2सरे पद, पुनरवसु नक्षत्र के 4थे पद और उत्तर आशाढ नक्षत्र के पहले पद मे बनती है। और ग्रहो के तत्तव देखना भी जरूरी है, जैसे शुक्र और चंद्रमा जलीय नवामश मे अच्छा करेंगे और सूर्य, मंगल अग्नि नवामश में, बुध पृथ्वी तत्व नवामश मे, और शनि वायु तत्व नवामश मे अच्छा करेंगे।
In this case Saturn is both functional and natural malefic the positivity of Pushkar Navamsa is that... one definitely the karaktatva of the planet flourishes and other thing even if planet wants to do something negative but the result given tendency of the planet won't be harsh.
जय श्री राम 🙏 जितना हम सर से सीख पाए है उसके अनुसार जब भी कोई ग्रह पुष्कर नवमांश में जाता है तो उस ग्रह के कारतत्व बड़ जाते हैं यदि शनि जाएगा तो कर्मनिष्ठ बना देगा मेहनती बनाएगा शनि का जाना अच्छा है ।
If any planet in the Pushkar navmansha that means it gives u quick result in its dsha .which may be gud or bad according to its placement and lordship .
yeh ek Leo Ascendant ki kundli hai jismei Sun vargottma hai Punarvasu nakshatra(4th pada) aor Mars vargottama hai Rohini nakshatra(2nd pada) mei yani Lagnesh aor Yogakarka dono vargottama pushkara navamsa mei aor shukr lagan mei hai aor vo bhi vargottama hai. kya result hoga? @smitagupta0503 @Jyoti aggarwal @lakshaysangwan
पुष्कर नवामश ग्रहो के कारको का पालन पोषण करता है । अगर पुष्कर नवामश के साथ -साथ गृह वर्गोत्तम भी हो तो यह बहुत ज्यादा शुभ माना जायेगा, और ऐसी स्तिथि सिर्फ रोहिणी नक्षत्र के 2सरे पद, पुनरवसु नक्षत्र के 4थे पद और उत्तर आशाढ नक्षत्र के पहले पद मे बनती है। और ग्रहो के तत्तव देखना भी जरूरी है, जैसे शुक्र और चंद्रमा जलीय नवामश मे अच्छा करेंगे और सूर्य, मंगल अग्नि नवामश में, बुध पृथ्वी तत्व नवामश मे, और शनि वायु तत्व नवामश मे अच्छा करेंगे।
In this case Saturn is both functional and natural malefic the positivity of Pushkar Navamsa is that... one definitely the karaktatva of the planet flourishes and other thing even if planet wants to do something negative but the result given tendency of the planet won't be harsh.
जय श्री राम 🙏 जितना हम सर से सीख पाए है उसके अनुसार जब भी कोई ग्रह पुष्कर नवमांश में जाता है तो उस ग्रह के कारतत्व बड़ जाते हैं यदि शनि जाएगा तो कर्मनिष्ठ बना देगा मेहनती बनाएगा शनि का जाना अच्छा है ।