वृश्चिक राशि चंद्रमा की नीच राशि है पर उसका स्वामी मंगल और चंद्रमा का मित्र मंगल वहीं बैठ कर चंद्रमा का नीच भंग कर रहा है। अगर चंद्रमा के पास पक्ष बल है और अच्छा भाव मैं बैठा है और साथ में ही केतु डिग्री से चंद्रमा से दूरी बना रहा है तो जातक किसी भी बात की गहराई में जाकर अपना काम पूरा करेगा क्योंकि उसका मन और ऊर्जा एक तरफ लगी हुई है। लेकिन अगर यह चंद्रमा पक्ष बली नहीं है और अच्छे भाव में नहीं है तो वह एक क्रूर राशि और दो क्रूर ग्रहों के साथ है ऐसे जातक मानसिक रोगी भी हो सकते हैं।
Neech Chandrma, with high energy Mars and Ketu in Vrishchik sign gives mental stress. If this conjunction is connected with Lagan or Lagnesh than will be more problematic.
Moon yahi pakchh Bali hai , Anuradha nakshtra me hai ,Kendra trikon me hai
To achchha
वृश्चिक राशि चंद्रमा की नीच राशि है पर उसका स्वामी मंगल और चंद्रमा का मित्र मंगल वहीं बैठ कर चंद्रमा का नीच भंग कर रहा है। अगर चंद्रमा के पास पक्ष बल है और अच्छा भाव मैं बैठा है और साथ में ही केतु डिग्री से चंद्रमा से दूरी बना रहा है तो जातक किसी भी बात की गहराई में जाकर अपना काम पूरा करेगा क्योंकि उसका मन और ऊर्जा एक तरफ लगी हुई है। लेकिन अगर यह चंद्रमा पक्ष बली नहीं है और अच्छे भाव में नहीं है तो वह एक क्रूर राशि और दो क्रूर ग्रहों के साथ है ऐसे जातक मानसिक रोगी भी हो सकते हैं।
Neech Chandrma, with high energy Mars and Ketu in Vrishchik sign gives mental stress. If this conjunction is connected with Lagan or Lagnesh than will be more problematic.