जय श्री राम🙏🙏, गुरु वृश्चिक लग्न मे मित्र राशि मे है तो और ऊपर से 3सरे भाव के स्वामी है, यह दर्शाता है आप अपने efforts लाभ कमाने मे लगायेंगे, वक्री होना भी यही दर्शाता है आप बहुत प्रयासगत रहेंगे धन लाभ के लिए। पर वक्री होना income संबंधित बहुत उतार चढ़ाव दर्शाता है ,यह बड़े और छोटे भाई बहनो के जीवन मे उतार चढ़ाव दिखाता है। शुक्र की दृष्टि भी यही दर्शाती है की कार्यक्षेत्र से संचित धन बढ़ेगा। शुक्र का अष्टम मे जाना कार्यक्षेत्र मे बदलाव या शुरुआत मे थोड़ी परेशानी दिखाता है। शनि का दशम उच्च का बहुत अच्छा है, यह कार्य क्षेत्र मे slow and steady ऊपर जाना दिखाता है। चंद्र पर गुरु और शनि दोनो की दृष्टि है, गुरू की डिग्री अगर चंद्र के ज्यादा पास हुई और शनि की चंद्र से डिग्री दूर हो तो चंद्र की महादशा के लिए अच्छा होगा। शनि और गुरु दोनो की ही दृष्टि आपको धार्मिक बनायेगी, आध्यात्मिक बनायगी। कृपया चंद्र के नक्षत्र स्वामी और राशि स्वामी का परस्पर संबंध देखे अगर वो एक दूसरे से 2-12, 3-11, 4-10, 5,9 बैठे है तो चंद्र महादशा ठीक ठीक होगी, 6-8 बैठना अच्छा नही है। लेकिन सिर्फ इन चीजों से भी पूरा फल नही पता चलता और भी काफी चीज़े होती है गुरु जी के चैनल पे पे जरूर देखे उनकी इस विषय पर वीडियो। अंतरदशा का भी बहउत मेहत्व है।
जय श्री राम🙏🙏, गुरु वृश्चिक लग्न मे मित्र राशि मे है तो और ऊपर से 3सरे भाव के स्वामी है, यह दर्शाता है आप अपने efforts लाभ कमाने मे लगायेंगे, वक्री होना भी यही दर्शाता है आप बहुत प्रयासगत रहेंगे धन लाभ के लिए। पर वक्री होना income संबंधित बहुत उतार चढ़ाव दर्शाता है ,यह बड़े और छोटे भाई बहनो के जीवन मे उतार चढ़ाव दिखाता है। शुक्र की दृष्टि भी यही दर्शाती है की कार्यक्षेत्र से संचित धन बढ़ेगा। शुक्र का अष्टम मे जाना कार्यक्षेत्र मे बदलाव या शुरुआत मे थोड़ी परेशानी दिखाता है। शनि का दशम उच्च का बहुत अच्छा है, यह कार्य क्षेत्र मे slow and steady ऊपर जाना दिखाता है। चंद्र पर गुरु और शनि दोनो की दृष्टि है, गुरू की डिग्री अगर चंद्र के ज्यादा पास हुई और शनि की चंद्र से डिग्री दूर हो तो चंद्र की महादशा के लिए अच्छा होगा। शनि और गुरु दोनो की ही दृष्टि आपको धार्मिक बनायेगी, आध्यात्मिक बनायगी। कृपया चंद्र के नक्षत्र स्वामी और राशि स्वामी का परस्पर संबंध देखे अगर वो एक दूसरे से 2-12, 3-11, 4-10, 5,9 बैठे है तो चंद्र महादशा ठीक ठीक होगी, 6-8 बैठना अच्छा नही है। लेकिन सिर्फ इन चीजों से भी पूरा फल नही पता चलता और भी काफी चीज़े होती है गुरु जी के चैनल पे पे जरूर देखे उनकी इस विषय पर वीडियो। अंतरदशा का भी बहउत मेहत्व है।